Copyright © Online Poetry
Wednesday, December 14, 2011

Sun Le aawaz meri - main tera deewana

मर के तो अब जीने दे ....

मर के तो अब जीने दे - सुन ले आवाज़ मेरी
सुन ले आवाज मेरी
वेदर्दी यूँ न सता
मेरी अर्थी है सजी देखो
आ के कन्धा तो लगा
अब क्या बाकी है सितम
मुझपे सनम ढाने का
क्यूँ बने वेवफा तुम
इतना तो बता जा ज़माने को
जिंदा तो रहा पर जी न सका
अब तक मै तेरा दीवाना
मर के तो अब जीने दे
तू अपने इस दीवाने को !

                                                  * उमाकांत शर्मा